यहां पर मैंने बहुत बड़ा निबंध लिख दिया है अगर आपके परीक्षा में 200 गया 400 शब्दों का ही निबंध लिखने को बोला है तो आप इस पूरे निबंध को पढ़कर 400 शब्दों में छोटा करके लिख सकते हैं अगर हजार शब्दों का है तो आप इस पूरे निबंध को लिख सकते हैं।

विषय सूची
प्रस्तावना
हमारे पूरे पृथ्वी की सबसे बड़ी समस्या प्रदूषण है। प्रदूषण के कारण पूरे पृथ्वी का भविष्य खतरे में है, प्रदूषण के वजह से जीव जंतुओं को और मनुष्य को पृथ्वी पर अपना जीवन व्यतीत करने में परेशानियां होती हैं।
प्रदूषण के प्रकार
पृथ्वी पर बहुत सारे प्रदूषण होते हैं और इन्हीं की वजह से पृथ्वी का भविष्य खतरे में है प्रदूषण मुख्य चार प्रकार के प्रदूषण होते हैं:-
- जल प्रदूषण
- वायु प्रदूषण
- मृदा प्रदूषण
- ध्वनि प्रदूषण
जल प्रदूषण के कारण, नुकसान और उपाय
कारण:- आज के आधुनिक समय में जल प्रदूषण बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है, जैसे जैसे हम विकास कर रहे हैं उसी तरह से प्रदूषण भी बढ़ रहा है, जल प्रदूषण सबसे ज्यादा फैक्ट्री के रसायनिक और गंदे पानी को साफ नदी में उतारने से होता है, जब साफ पानी में गन्दा पानी मिल जाता है तो पूरा पानी प्रदूषित हो जाता है।
जल प्रदूषण साफ पानी कचरा फेंकने और जानवरों को नहलाने से भी होता है और भी बहुत से कारण हैं जिनकी वजह से जल प्रदूषण बढ़ता चला जा रहा है।
नुकसान:- अगर इसी प्रकार जल प्रदूषण बढ़ता रहा तो भविष्य में साफ पानी की समस्या हो जाएगी आज के समय में बहुत से ऐसे स्थान है जहां पर पीने के लिए पानी नहीं मिल पाता है लोग पानी पीने के लिए कई किलोमीटर दूर चल कर जाते हैं और पानी लेकर आते हैं।
अगर इसी प्रकार जल प्रदूषण बढ़ता रहा तो भविष्य में पृथ्वी पर मनुष्य और जीव-जंतुओं का जीवित रहने पाना मुश्किल हो जाएगा।
उपाय:- जल प्रदूषण से बचने के लिए हमें फैक्ट्री के पानी को साफ पानी में नहीं मिलाना है और ना ही नदियों और तालाबों में कचरा फेंकना है और न ही जानवरों को नहलाना है और हमें जितना हो सके पेड़ पौधे लगाने हैं।
वायु प्रदूषण के कारण और उसके नुकसान
कारण:- वायु प्रदूषण आधुनिक वाहनों से निकलने वाले धुये से होता है और कहीं भी प्लास्टिक को जलाया जाता है तो उससे भी जहरीला धुआं निकलता है जिससे वायु प्रदूषण बहुत ही ज्यादा होता है।
नुकसान:- वायु प्रदूषण बढ़ने के कारण जीव जंतुओं को सांस लेने में कठिनाई होगी और उनकी मृत्यु हो जाएगी।
उपाय:- वायु प्रदूषण को कम करने के लिए हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाना चाहिए और कहीं भी आने जाने के लिए बैटरी से चलने वाले वाहनों का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे वायु प्रदूषण नहीं होता है।
मृदा प्रदूषण के कारण और उसके नुकसान
कारण:- मृदा प्रदूषण मिट्टी में फेंके जाने वाले प्लास्टिक और टायर और खेतों में डाली जाने वाली दवाइयों के कारण होता है।
नुकसान:- मृदा प्रदूषण के फैलने के कारण मिट्टी उपजाऊ नहीं रहती है जिससे कोई भी फसल नहीं हो पाता है पेड़ पौधे सही से उत्पन्न नहीं हो पाते हैं जिसके कारण वायु और जल प्रदूषण भी बढ़ जाता है।
उपाय:- मृदा प्रदूषण को कम करने हेतु हमें मिट्टी पर प्लास्टिक की थैलियों को नहीं फेंकना चाहिए और खेतों में आवश्यकता अनुसार ही दवाइयों और जैविक का इस्तेमाल करना चाहिए ।
ध्वनि प्रदूषण के कारण, नुकसान और उपाय
कारण:- ध्वनि प्रदूषण सड़कों पर चलने वाले वाहनों के कारण होता है जब वाहन फालतू में हार्न बजाते रहते हैं और जब किसी भी जगह पर उत्सव या समारोह में लगने वाले स्पीकर से तेज निकलने वाली आवाज के कारण भी ध्वनि प्रदूषण होता है ।
नुकसान:- ध्वनि प्रदूषण के कारण इंसान को कम सुनाएं दे सकता है और धन प्रदूषण से मनुष्य के शरीर में कई प्रकार की बीमारियां भी उत्पन्न होती हैं ।
उपाय:- ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए हमें बिना किसी जरूरत के वाहन के हार्न को नहीं बजाना है और समारोह में लगने वाले लाउडस्पीकर को कम आवाज पर बजाना चाहिए ।
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