नमस्कार आज मैं आपको मेले पर निबंध बताऊंगा यह निबंध किसी भी कक्षा के छात्र पढ़ सकते हैं इस निबंध को आप अच्छे से समझें और याद रखें क्योंकि परीक्षा में मेले पर निबंध लिखने को कहता है अगर प्रश्न में 200, 300 या 400 शब्दों में निबंध लिखने को कह रहा है तो आप इसी निबंध को छोटा करके लिख सकते हैं।

मेले पर निबंध
प्रस्तावना: मेला लगभग सभी शहर मे लगता है, मेले मे हजारो लोग घूमने आते है, कई जगह पर तो लाखो की संख्या मे भीड़ एकत्रित हो जाती है, मेले मे बहुत प्रकार की दुकाने लगी होती है।
मेला: मेला हमारे जीवन में खुशियां लेकर आता है मेला देखने के लिए हम अपने दोस्तों या घरवालों के साथ जाते हैं मेला बहुत ही आकर्षित होता है यह देखने में बहुत ही ज्यादा सुंदर लगता है, कई जगहों पर बहुत ही बड़े-बड़े मेला लगते हैं, मेले में बहुत सारे लोग होते हैं।
जिस दिन मेला होता है उस दिन हम अच्छे-अच्छे कपड़े पहन कर मेला देखने जाते हैं और मेरे घर के बड़े सदस्य हमें कुछ पैसे देते हैं जिसे मैं मेले में खर्चा कर सकूं और जब हम मेले में पहुंचते हैं तो वहां पर तरह-तरह की दुकानें लगी रहती हैं।
खाने के लिए चाट, फुल्की, चाउमीन, जलेबी, टिकिया, समोसा, छोले भटूरे आदि दुकाने लगी रहती हैं जहां पर हम अपने मनपसंद चीजों को खा सकते हैं।
खाने के अलावा और भी बहुत सारे दुकानें होती हैं जैसे कि खिलौनों की दुकान, झूले की दुकान आदि दुकाने लगे रहते हैं जहां पर हम अपने जरूरत के सामानों को खरीद सकते हैं, मैं सबसे ज्यादा दुकानों से खिलौने खरीदता हूं मेले में बहुत ही अच्छे अच्छे खिलौने मिलते हैं जिससे मैं खरीद कर अपने घर लेकर जाता हूं।
मेले में झूला झूलना भी बहुत ही अच्छा लगता है मैं अपने दोस्तों के साथ मेले के झूले पर बैठ कर बहुत ही मस्ती करता हूं और झूला झूलता हूं और फिर उसके बाद हम पूरा मेला घूमते हैं और खाते पीते और सामान खरीदने के बाद अपने घर को वापस चल देते हैं।
मेला कई कारणों से लगता है हमारे यहां दशहरे पर मेला लगता है कई जगहों पर कई कारणों से मेला लगता है जैसे कि प्रयागराज में कुंभ मेला लगता है कहा जाता है कि प्रयागराज का मेला पूरी दुनिया में सबसे बड़ा मेला होता है।
निष्कर्ष: मेला सभी को घूमने जाना चाहिए क्योकि आज के तनाव भरी जिंदगी मे अपने मन को शांत रखने के लिए जरूरी है। मैं तो अपने दोस्तो के साथ मेला घूमने जाता हू।